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Saturday, December 17, 2022

गठिया का इलाज, गठिया क्यों होता है, गठिया के लक्षण, गठिया का उपचार,

आज हम इस लेख मै यह पढ़ेंगे और समझेंगे की गठिया क्या है, क्यों होता है, और इसके लक्षण और उपचार क्या है। तो आइये शुरु करते है।

 गठिया क्या है और कैसे और क्यों होता है?

गठिया मै एक या एक से अधिक जोड़ों मे दर्द, सूजन तथा जोड़ों मे अकरण से होने वाला दर्द को गठिया कहते है। गठिया कई प्रकार के हो सकते है, इसके कारण भी अलग अलग हो सकते है जैसे हड्डियों मै घिसाऊ, जोड़ों मै सिनोबियाल फ्लूड की कमी, शंक्रमण, यूरिक एसिड का शरीर मै अत्यधिक बनना, इत्यादि।

गठिया कैसे होता और इसका कारण?
शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली - जो आमतौर पर संक्रमण से लड़ती है - गलती से उन कोशिकाओं पर हमला करती है जो आपके जोड़ों को पंक्तिबद्ध करती हैं, जिससे जोड़ों में सूजन, अकड़न और दर्द होता है। इसी कारण कुछ समय के बाद, जोड़ों, नरम हड्डी और आसपास की हड्डी को नुकसान पहुँचा सकती है। गठिया ये शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण भी हो सकती है। इसके होने पर जोड़ों में ऐठन,दर्द व सूजन बनी रहती है। और चाल-फिर करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

गठिया के लक्षण
गठिया के कई सारे लक्षण हो सकते है जैसे :-
जोड़ों मे दर्द, जोड़ों मे अकरण, जोड़ों मे सूजन, जोड़ों मे फ्लूड्स की कमी, कार्टलेज के घिसने के कारण, जोड़ों मे खींचाऊ, संक्रमण, यूरिक एसिड शरीर मे जरुरत से ज्यादा बनना इत्यादि।
गठिया का उपचार?
गठिया का कोई स्थायी उपचार नहीं है। उपचार का मकसद सिर्फ दर्द और सूजन को सीमित करना और संयुक्त कार्य को संरक्षित करना है। उपचार के विकल्पों में दवाएं, वजन कम करना, व्यायाम और सर्जरी शामिल हैं।
रुमालिया फोर्टे हिमालया कंपनी का है जो सभी प्रकार के गठिया के लिए सबसे व्यापक रूप से उपयोगी आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है. यह तीनों दोष (वात, पित्त और कफ) को शांत करता है और दर्द और सूजन से राहत देता है. प्रतिदिन भोजन से पहले या बाद में इसकी एक या दो गोलियां 2-3 बार ले सकते हैं या डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसका सेवन कर सकते हैं.
अगर हम अल्लोपैथिक जनरल प्रैक्टिस की बात करे तो मरीज़ के कंडीशन और बीमारी की इतिहास को देखते हुए कुछ दवाइयाँ लिखी जाती है जो मे निचे बता रहा हूं, लेकिन आप इससे बिना किसी डॉक्टर के सलाह के नहीं ले।
अगर मरीज़ 40 वर्ष से अधिक का है तो उससे मे इस तरह से दवा दे सकते है -
1- टेबलेट रुमालाया फोर्टे  2टेबलेट दिन मे 2 बार पहला महिना उसके बाद 1 गोली दिन मे 2 बार।
2- टेबलेट डिफेंलेज़ाकोर्ट 6mg 1गोली दिन मे 2 बार
3- टेबलेट डोलोनेक्स dt 1गोली दिन मे 2 बार
4- टेबलेट कैल्शियम 1 गोली दिन मे एक बार।
5- पेनिदुर LA 6 इंजेक्शन सफ्ताह मे एक बार मास मे।
नोट - ये दवा अपने से लेने से पहले डॉक्टर के जरूर सम्पर्क कर लें क्योंकि डॉक्टर आपके कंडीशन को देख के अपने अनुसार सलाह देंगे जो आपके लिए सही होगा।
गठिया मे क्या खाना चाहिए जो गठिया मे मरीज़ को फायदा हो।
लहसुन, अदरक, ब्रोकली, पालक, टमाटर और कद्दू गठिया रोग में फायदेमंद होता है। मछली का भी सेवन करना चाहिए। ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त मछली में एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी होती है जो सूजन को कम करने में मदद करती है। अत्यधिक ठंडा खाद्य पदार्थ या ठंडे पानी, दही, आइसक्रीम, बर्फ से बानी खाद्या पदार्थ, के सेवन से परहेज करे।

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Ravi Shankar Mehta
Content writer

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